नीम करोली बाबा मंदिर
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका एक बार फिर से आज हम बात करेंगे आज के युग के दिव्य पुरुषों में से एक माने जाने वाले हनुमान जी के अवतार माने जाने वाले चमत्कारिक बाबा के नाम से प्रसिद्ध और हिंदुस्तान के जागृत स्थानो में से एक कैंची धाम नीम करोली बाबा आश्रम की जहां पर लाखों लोग माथा टेकने जाते हैं और मन्नत मांगते हैं कहा जाता है कि यहां से कोई खाली हाथ नहीं जाता है और इस कैंची धाम से देश क़े हीं नहीं बल्कि विदेश के भी लाखों लोग जुड़े हुए हैं
कोसी नदी के तट पर बना यह आश्रम इतना ज्यादा प्रसिद्ध है की यहां पर फेसबुक के संस्थापक Mark Zuckerberg और एप्पल कंपनी के संस्थापक Steve Jobs भी यहां पर आ चुके हैं हाल ही में यहां Virat Kohli and Anuska Sharma भी अपने परिवार के साथ कैंची धाम पहुंचे थे और यही नहीं यहां पर कई Holloywood के फेमस Actor and Actress बाबा के दर्शन करने आ चुके हैं और इनके अलावा कई Foreigners Spiritual Leaders and musician भी यहां पर माथा टेकने आ चुके हैं
इस मंदिर की काफी ज्यादा मान्यता है तो दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको संपूर्ण जानकारी देंगे कैसे कैंची धाम पहुंचा जाए कैंची धाम पहुंचकर कहां रुके क्या बजट हो सकता है कैसे मंदिर के संपूर्ण दर्शन करे और क्या कहानी है पूरे के पूरे कैंची धाम के पीछे की और कैसे बाबा का नाम नीम करोली बाबा पड़ा और अगर आप यहां आ रहे हैं तो आपका क्या बजट होने वाला है और भी कैंची धाम से related सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में देंगे
कैंची धाम कैसे पहुंचे
दोस्तों अब कैंची धाम पहुंचा कैसे जाएं कैंची धाम दिल्ली से 320 किलोमीटर की दूरी पर और नैनीताल से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है अगर आप यहां Flight से आना चाहते हैं तो आपको nearest airport यहां पर pantnagar का पड़ेगा जहां से कैंची धाम की दूरी 71 किलोमीटर है आप यहां से चाहे तो CAB ले सकते हैं जो आपको 2000 से 2200 रूपए में पड़ जाएगी और अगर आप चाहे तो यहां से sharing cab मे भी आ सकते हैं जिसका किराया 400 से 500 रुपए हो सकता है
और अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो आपको Nearest Railway Station Kathgodam का पड़ेगा जहां से कैंची धाम की दूरी 40 किलोमीटर के आसपास कि है रेलवे स्टेशन के बाहर से ही आपको sharing cab और taxi मिल जाएगी कैंची धाम तक पहुंचने के लिए अगर आप Private CAB Book करना चाहते हैं तो वह आपसे 1000 से 1200 रूपए चार्ज कर सकते हैं और अगर आप sharing cab से जाना चाहते हैं तो 200 रूपए वहां से कैंची धाम का चार्ज होगा अगर आप चाहे तो Kathgodam से बस से भी कैंची धाम तक जा सकते हैं जो Kathgodam Railway Station के बाहर से आपको बस मिल जाएगी जिसका चार्ज 100 रूपए के आसपास होगा
अब अगर बात करें सड़क परिवहन की तो अगर आप Bus से आना चाहते हैं तो दिल्ली से कैंची धाम की डायरेक्ट बस आपको मिल जाएगी यह बस आपको सीधे काठगोदाम तक ले जाएगी काठगोदाम से आप Private CAB करके कैंची धाम तक पहुंच सकते हैं कैंची धाम की दूरी आपको 40 कमी के आसपास पड़ेगी तीनों रास्तों से आप कैंची धाम पहुंच सकते हैं
कैंची धाम मैं कहां रुके
कैंची धाम पहुंचकर अगला सवाल उठता है रुकने की व्यवस्था वहां पहुंचने के बाद कहां रुके वहां पर रुकने के लिए आप चाहे तो कैंची आश्रम मैं भी रुक सकते हैं लेकिन उसकी एक कंडीशन है आपको वहां पर आने से 25-30 दिन पहले वहां पर एक लेटर भेजना होता है कितने मेंबर है किस तारीख को आ रहे हैं कब वहां पर पहुंचेंगे सारी details उसमें भरके उस लेटर को पोस्ट करना होता है फिर वहां से आपको एक कॉल आती है उसमें आपको बताया जाता है यदि उस तारीख को room available है तो आपको वहां पर room provide कर दिया जाता है
और अगर वहां पर आपको room नहीं मिलता है तो आश्रम के आसपास कई सारे धर्मशाला और आश्रम है आप चाहे तो वहां पर रुक सकते हैं जैसे Sampurnanand Homestay यहां पर रुकने का किराया नॉर्मल दिन में 1000 से 1200 रूपए है लेकिन अगर आप मंगलवार और शनिवार को आते हैं तो यही किराया बढ़ाकर 2000 से 2500 रूपए तक हो जाता है ऐसे ही वहां पर है एक Nirmal Homestay आप चाहे तो यहां पर भी रुक सकते हैं मैं recommended करूंगा कि आप room पहले से book करके आए क्योंकि कई बार वहां पर मंगलवार और शनिवार को बहुत ज्यादा भीड़ होने के कारण room नहीं मिल पाता है
मंदिर के दर्शन की जानकारी
आप जब नहा धोकर मंदिर के दर्शन के लिए जाते हैं और जैसे ही आप मंदिर में कदम रखते हैं तो आपको वहां पर एक अलग ही positivity feel होती है यह शब्दों में बयां करना ना मुमकिन है जब आप वहां जाएंगे तभी आप वहां का सुंदर नजारा महसूस कर पाएंगे एक अलग ही Atmosphere है वहां मंदिर के पास बहती हुई एक कोसी नदी है आप जैसे ही ब्रज से उसे पार करेंगे तो ठीक वहां पर अपने जूते चप्पल उतारिए और चले जाइए मंदिर में दर्शन के लिए मंदिर परिसर में entry करते ही आपको शेरावाली माता का पहले मंदिर दिखेगा आप वहां पर माथा टेकिये और उसके आगे चले जाइए
आगे जाने पर आपको पहले हनुमान जी का एक भव्य मूर्ति स्थापित मंदिर दिखेगा मंदिर परिसर में अंदर मोबाइल और कैमरा use करना allow नहीं है तो इस चीज का थोड़ा विशेष ध्यान रखिएगा हनुमान जी के दर्शन करने के बाद आपको वहां पर नीम करोली बाबा की एक भव्य मूर्ति स्थापित दिखेगी जो कि बेहद खूबसूरत लगती है बाबा हमेशा कंबल ही ओढ़ा करते थे इसलिए आज भी जब लोग उनके मंदिर जाते हैं तो उन्हें कंबल भेंट करते हैं वहां पर जाकर आप यह देख सकते हैं इस पूरे मंदिर परिसर में पांच देवी देवताओं के मंदिर हैं और यहां परिसर मैं आपको कई भक्त बैठे हुए हनुमान जी का पाठ करते हुए दिख जाएंगे
नीम करोली बाबा की कहानी
अब बात करते हैं नीम करोली बाबा की कहानी की नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था जिनका जन्म उत्तर प्रदेश में अकबरपुर गांव में 1900 के आसपास हुआ था जिन्होंने 11 वर्ष की उम्र में ही अपने घर का त्याग कर दिया था और ज्ञान की प्राप्ति के लिए उत्तर भारत में भ्रमण करने लग गए हालांकि जैसे ही उनके पिताजी को पता चला कि वह फर्रुखाबाद में है तो वह उन्हें घर ले आए थे उसके बाद उनकी 15 वर्ष की आयु में ही शादी हो गई थी और इनके दो पुत्र और एक पुत्री भी हुई थी 17 वर्ष की उम्र में उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हो गई थी उस दौरान उन्हें लक्ष्मण दास हांडी वाले बाबा तिकोनिया वाले बाबा सहित कई नाम से जाने जाना लगा था उन्होंने गुजरात में मोरबी में पानी के ऊपर बैठकर तपस्या की तो इसलिए उन्हें तलैया बाबा के नाम से भी पुकारने लगे थे
एक बार बाबा first class compartment में सफर कर रहे थे जब टिकट चेकर आया तो बाबा के पास टिकट नहीं थी तब अगले स्टेशन नीम करोली में ट्रेन से उतार दिया गया बाबा थोड़ी दूर पर ही अपना चिमटा धरती में गाढ़ कर बैठ गए थे officials ने ट्रेन को चलाने का आर्डर दिया और guard ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई परंतु ट्रेन 1 इंच भी अपनी जगह से नहीं हिली बहुत प्रयास करने के बाद भी जब ट्रेन नहीं चली तो लोकल मजिस्ट्रेट जो बाबा को जानते थे उसने officials को बाबा से माफी मांगने और उन्हें सह सम्मान पूर्वक अंदर लाने को कहा तब officials ने बाबा से माफी मांगी और उन्हें ट्रेन में सम्मान पूर्वक बैठाया बाबा के ट्रेन में बैठते ही ट्रेन चल पड़ी तभी से बाबा का नाम नीम करोली पड़ गया नीम करोली वाले बाबा के ऐसे सैकड़ो चमत्कार के किस्से हैं
बाबा ने अपने शरीर का त्याग 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में किया था उनके ज्येष्ठ पुत्र अनेक सिंह अपने परिवार के साथ भोपाल में रहते हैं जबकि कनिष्ठ पुत्र धर्म नारायण शर्मा वन विभाग में रेंजर के पद पर कार्यरत थे हाल ही में उनका निधन हुआ है माना जाता है कि बाबा के आश्रम अभी United States में भी हैं अगर आप भी कुछ समय से परेशान है और जीवन में कुछ सही नहीं चल रहा है तो आप भी कैंची धाम जाकर वहां पर माथा टेककर आईए आपका जीवन बदल जाएगा
मिनिमम खर्चा कितना होगा
दोस्तों यह थी कैंची धाम की संपूर्ण यात्रा अब बात करते हैं खर्च की खर्चे में सबसे पहले आता है रहना अगर आप यहां पर Sampurnanand आश्रम Nirmal Homestay Green Park Hotel मैं रुकते हैं तो आपका मिनिमम खर्चा 1200 से 1500 तक हो जाएगा अगर आप मंगलवार और शनिवार को आते हैं तो आपका खर्च 2000 से 3000 तक हो जाएगा अगर आपको यहां पर खाना खाना है तो आपके यहां पर कई सारे भोजनालय मिल जाएंगे जो कि ज्यादा Costly भी नहीं है यहां पर आपको 100 से 150 रुपए में थाली के हिसाब से खाना मिल जाएगा ट्रैवलिंग का खर्चा आपके बजट पर डिपेंड करता है आप प्लेन से आ रहे हैं या फिर ट्रेन से आ रहे हैं तो यहां पर खत्म होती है कैंची धाम की संपूर्ण यात्रा धन्यवाद