भारत के 5 सबसे कम आबादी वाले राज्य

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सब एक बार फिर से आप सबका स्वागत करता हूं अपनी ब्लागिंग वेबसाइट websolve.in पर दोस्तों आज भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के वह कौन से पांच राज्य हैं जहां पर सबसे कम आबादी है और इन राज्यों में ज्यादा आबादी क्यों नहीं हैं आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि यहां की आबादी बढ़ने की बजाय दिन व दिन कम होती जा रही है क्या यहां की सरकार इस बात को लेकर चिंतित हैं या फिर ये सब इनका एक लक्ष्य है

इस बारे में जानकर तो आप बिल्कुल हैरान रह जाएंगे तो दोस्तों देर किस बात की हम आपको एक एक करके डिटेल्स में बताते हैं भारत के सबसे कम आबादी वाले राज्य कौन कौन से हैं

1. Sikkim

खूबसुरती के मामले में नंबर 1 पर हाजिर सिक्किम आबादी के मामले में सबसे नीचे है मतलब यह भारत का एक ऐसा राज्य है जहां पर दूसरे राज्यों के मुकाबले में बहुत ही कम जनसंख्या पाई जाती है जितना अलग और खूबसूरत है सिक्किम उतनी ही यहां पर शांति और लोगों की कम भीड़ देखने को मिलती हैं

2011 की जनगणना के अनुसार सिक्किम के लोगों की जनसंख्या सिर्फ 610577 थी जिनमें आदमियों की संख्या 323057 थी और महिलाओं की संख्या 287057 थी वहीं अगर बात करें साल 2023 की पहले के मुकाबले में थोड़ी सी जनसंख्या में फर्क देखने को मिला है और यह बढ़कर 6,58,019 हो गई है जिनमें आदमियों की संख्या 3,48,158 वही महिलाओं की संख्या 309,861 है !

आपने नोटिस किया होगा कि साल 2011 से लेकर साल 2023 की आबादी में सिर्फ थोड़ा ही फर्क देखने को आया है और यहां की आबादी बहुत ही धीमी गति से बढ़ रही है अगर यह जनसंख्या धर्म के अकॉर्डिंग की जाए तो जहां 2011 में हिंदुओं की संख्या 352662 साल 2023 में बढ़कर 380,064 हो गई और इन सालों में सिर्फ 57.76% आबादी का ही फर्क आया है

अगर बात करें मुस्लिम आबादी की तो साल 2011 में मुसलमानो की जनसंख्या थी 9,867 जो अब साल 2023 में बढ़कर  10,634 हो गई इनमें भी सिर्फ 1.62% ही आबादी बढ़ती हुई नजर आई है

ईसाइयों की आबादी 60,522 से बढ़कर 65,225 हो गई और सिखों की संख्या 1868 से 2013 तक का फर्क हुआ है इस तरह बौद्ध धर्म में इन सालों के दौरान 12,993 लोगों की बढ़ोतरी हुई है इतनी कम जनसंख्या को देखकर यहां के मुख्यमंत्री बहुत ही ज्यादा परेशान है ! 

2. Mizoram

भारत के मिजोरम राज्य में भी बहुत ही कम आबादी है और इस वजह से इस राज्य में तेजी से विकास नहीं हो पा रहा है क्योंकि किसी भी देश या राज्य में तभी तरक्की होती है जब वहां की जनसंख्या ज्यादा हो क्योंकि जनता की मदद से ही देश को या फिर किसी राज्य को आगे बढ़ने का मौका मिलता है चलिए देखते हैं कि साल 2011 की जनगणना से लेकर साल 2023 तक यहां की जनसंख्या में कितना बदलाव आया

जहां सन 2011 में मिजोरम की कुल आबादी 1097206 थी वहीं अब यह बढ़कर 2023 में 13,08,967 हो गई है जिसमें आदमियों की संख्या है 6,62,433 और महिलाओं की संख्या है 6,46,534 अगर इन संख्या को धर्म के अकॉर्डिंग देखें तो इनमें सबसे ज्यादा ईसाई आबादी है साल 2011 जनगणना के अनुसार हिंदुओं की संख्या थी 30,136 वही यह 2023 में बढ़कर 35,952 हो गई और मुसलमानों की संख्या 2023 में 17,695 है वह भी 1.35%  तक बढ़ गई

वरना यह 2011 में सिर्फ 14,832 थी ईशाई कि जहां साल 2011 में जनसंख्या थी 956331 वह बढ़ कर 2023 में 1140903 हो गई है यह सब एक राज्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है और यहां की सरकार आबादी को बढ़ाने की हर वह मुमकिन कोशिश कर रही है जिससे यहां की आबादी में इजाफा हो

3. Arunachal  Pradesh 

हिमाचल प्रदेश नॉर्थ ईस्ट के सबसे खूबसूरत राज्य में से एक अरुणाचल प्रदेश भी सबसे कम आबादी वाला राज्य में शामिल है जहां सिर्फ 17,11,947 लोग रहते हैं साल 2023 में आदमियों की संख्या है 8,83,358 और वहीं महिलाओं की बाद करें तो 8,28,589 महिलाएं मौजूद है वैसे यहां की आबादी में थोड़ा फर्क देखने को मिला क्योंकि यह कुछ हद तक बढ़ गई है 2011 मैं अरुणाचल प्रदेश की आबादी 13,83,727 थी

चलिए अली अब बात करते हैं धर्म के अनुसार 2011 से 2003 के बीच की पापुलेशन में यहां हिंदुओं की संख्या 29.04% बढ़ गई तो वही मुस्लिम की पापुलेशन 27,045 से 33,460 के करीब पहुंच गई इसी तरह  ईशाई की पापुलेशन 4,18,732 से 518,055 और सिख की 3287 से सिर्फ 4067 में बढ़ोतरी हुई है और भी ऐसे धर्म में जिम बहुत ही धीमी गति से तरक्की हो रही है

इसीलिए इसको सबसे कम जनसंख्या बाले राज्य में गिना गया है आपको जानकर हैरानी होगी कि इस राज्य की कम आबादी को देखते हुए यहां पर सरकार का कोई भी बड़ा कदम नहीं देखा जा रहा है लेकिन पहले के मुकाबले में अब यहां की जनसंख्या बढ़ रही है जिसका कारण है मृत्यु दर कब होना और जन्म दर बढ़ जाना लेकिन फिर भी यह राज्य कम जनसंख्या की लिस्ट में शामिल है अरुणाचल प्रदेश की ज्यादा आबादी खेती पर ही निर्भर है और अपना घर जलाने और पेट भरने के लिए यह लोग खेती को ही ज्यादा महत्व देते हैं फिर भी यहां की अर्थव्यवस्था और यहां पर मौजूद जनसंख्या दोनों में ही कमी देखी जाती है

4. Goa 

हमारी लिस्ट में अगला नाम है गोवा जी हां वही गोवा जो हमेशा से देसी विदेशी पर्यटकों को अपनी तरफ खींचते चले आ रहे हैं गोवा में बहुत ही कम मात्रा में लोग बसे हुए हैं यहां पर टूरिस्ट आए दिन घूमने के लिए आते रहते हैं क्योंकि यह राज्य काफी शांत और सुकून भरा है चलिए अब बात करते हैं गोवा की पापुलेशन की जहां सन 2011 में गोवा की कुल आबादी 14,58,545 थी और इसमें मौजूद महिलाओं की संख्या 7,19,293 और पुरुषों की संख्या 7,39,252 थी वही अब यह बढ़कर 2023 में सिर्फ 15,21992 जा पहुंची है

जिसमें आदमियों की संख्या है 7,39,252 और महिलाओं की संख्या है 7,19,293 आप देख ही सकते हैं कि इतने सालों में भी गोवा की पापुलेशन में ज्यादा भारी फर्क देखने को नहीं मिला चलिए अब पापुलेशन को धर्म के अकॉर्डिंग देखते हैं कि किस धर्म में कितनी संख्या बढ़ रही है हिंदू धर्म गोवा में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं साल 2011 में हिंदुओं की संख्या थी 9,63877 और 2023 में यह 66.08% बढ़कर हो गई 10,05,806 वहीं दूसरे धर्म के लोग सबसे ज्यादा गोवा में है वह है मुस्लिम 2011 से 2023 तक इनकी कुल पापुलेशन सिर्फ 8.33% ही बढ़ी है

वही बात करें ईसाई धर्म के लोगों की तो यह लोग 2011 में 3,66,123 थे जो बढ़कर 3,82,057 हो गए वैसे गोवा की सरकार भी यहां की घटती हुई आबादी को देखकर कोई कदम नहीं उठा रही बल्कि सरकार का मानना है कि जितनी भी यहां की आबादी है वह इस जगह के लिए काफी है

5. Nagaland

सबसे कम जनसंख्या वाले भारतीय राज्यों में पांचवें नंबर पर आता है नॉर्थ ईस्ट का एक और खूबसूरत राज्य नागालैंड इस राज्य में जनसंख्या बढ़ने की वजह कम होती जा रही है लेकिन पहले के आंकड़ों को देखते हुए फिर भी इस राज्य की पापुलेशन में काफी सुधार देखने को मिला है साल 2011 में नागालैंड की कुल आबादी 19,78,502 थी और इसमें आदमियों की संख्या थी 10,24,600 और महिलाओं का योगदान था 9,53,902 वही साल 2023 में इनमें थोड़ी बहुत वृद्धि होती नजर आई है 2023 की कुल आबादी की बात करें तो वह है 20,73,074 जिसमें आदमियों की संख्या है 10,73,576 और महिलाओं की संख्या है 9,99,499

चलिए अब बात करते हैं धर्म के अनुसार यहां कितनी कितनी संख्या में कौन कौन से धर्म के लोग बसे हुए हैं नागालैंड में सबसे ज्यादा ईसाई धर्म वाले लोगों की संख्या है साल 2011 में 17,39,651 की आबादी थी ईसाइयों की जो अब बढ़कर 18,22,806 के करीब जा पहुंची है 2011 मैं हिंदुओं की संख्या थी 1,73,054 जो अब 2023 में 8.75% बढ़ी मतलब आबादी हो गई 1,81,326 इसी तरह मुस्लिम की कुल आबादी 51,303 है जिनकी संख्या साल 2011 थी 48,963

नागालैंड को खूबसूरत वादियों ने चारों तरफ से घेर रखा है यहां के लोगों का दिल बहुत बड़ा होता है और यहां हर तरफ शांति और खुशहाली है जहां भारत के सामने बढ़ती हुई जनसंख्या की समस्या सामने आई हुई है ऐसे मौके पर नागालैंड के एक मंत्री ने कहा अगर आप भी अपने देश की आबादी कम करना चाहते हैं तो मेरी तरह सिंगल रहे नागालैंड की सरकार भी इस राज्य की पापुलेशन को बढ़ावा दे रही है लेकिन किस हद तक यहां की जनसंख्या बढ़ती है या फिर घटती है यह सब आगे आने वाले समय पर ही निर्भर करता है तो दोस्तों यह थे भारत के 5 सबसे कम आबादी वाले राज्य !

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